रहम
जल्लाद ने फांसी का फंदा खूब बनाया
रेशम की रस्सी को मोतियों से सजाया
रहम इतना कि कैदी को हक ये दिया
कि चुन ले कनटोप किसी भी रंग का
- अकुभा
जिन रंगों से तस्वीर बने
उनमें एक रंग और जोड़ दो
खुश्बू सी आने लगे जिनसे
ऐसे फूल भी उनमें भर दो
कुछ खिलती धूप उधार लेकर
कुछ खुली हवा में सांस लेकर
बच्चों की किलकारियों से
मधुर सा कुछ संगीत भर दो
उन रंगों में एक और जोड़ दो