Tuesday, July 5, 2022

अंधेरा

 अंधेरा 


कितनी अजीब चीज है

अंधेरा

दुनिया के सब काले

अफसाने 

कालिख के कारखाने

काला जादू

काले कारनामे

गायब कर देता है 


अंधेरा 

दिलों में बैठे गम

आँखों की बेशर्मी

ठंडे चूल्हे की आंच

रेवड़ियों की बांट

सब गायब कर देता है


अंधेरा

भूख पर राजनीति

धर्म की बदनीति

नफरत की आग

बुझे हुए चिराग 

सब गायब कर देता है


अंधेरा

शिक्षा और ज्ञान

देश का विधान 

मीठी जुबान 

दोस्ती और ईमान

गंगा-जमुना की शान

सब गायब कर देता है


अंधेरा मन में होता है

मन में प्रेम हो 

तो जग रौशन हो जाता है

सारा दर्द, सारी नफरत

सब खाईयाँ 

गायब हो जाती हैं 


- अकुभा



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