अंधेरा
कितनी अजीब चीज है
अंधेरा
दुनिया के सब काले
अफसाने
कालिख के कारखाने
काला जादू
काले कारनामे
गायब कर देता है
अंधेरा
दिलों में बैठे गम
आँखों की बेशर्मी
ठंडे चूल्हे की आंच
रेवड़ियों की बांट
सब गायब कर देता है
अंधेरा
भूख पर राजनीति
धर्म की बदनीति
नफरत की आग
बुझे हुए चिराग
सब गायब कर देता है
अंधेरा
शिक्षा और ज्ञान
देश का विधान
मीठी जुबान
दोस्ती और ईमान
गंगा-जमुना की शान
सब गायब कर देता है
अंधेरा मन में होता है
मन में प्रेम हो
तो जग रौशन हो जाता है
सारा दर्द, सारी नफरत
सब खाईयाँ
गायब हो जाती हैं
- अकुभा
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