Saturday, June 8, 2019

सुरमई शाम

अप्रैल के मध्य में 
जब मई उतर आएगी
बीच आँगन में 
सुरमई शाम में
दोपहर ठहर जाएगी
जलते से फ़र्श पर
नंगे पावं 
भागी आओगी
हर क़दम पर
कविता गुनगुनाओगी
कविता के हर छंद से
शीतल फुहार बरसाओगी।
⁃ अकुभा

No comments: